नगर निगम आयुक्त ने किया इनकार
उज्जैन। नगर निगम में भाजपा बोर्ड के वर्तमान कार्यकाल के दो दिन शेष रह गए हैं। 4 सितंबर से प्रशासक काल लग जाएगा। इस बीच निगम की एमआयसी ने निगमायुक्त को प्रस्ताव भेजा है कि 3 सितंबर को विशेष सम्मिलन बुलाया जाए। सूत्रों के अनुसार निगमायुक्त ने इस पर सहमती नहीं दी है।
साधारण सम्मेलन बुलाने के लिए 7 दिन पूर्व सूचना पहुंचना अनिवार्य
नगर निगम के विधि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम का विशेष सम्मिलन बुलाने पर पार्षदों को इस बात की सूचना 3 दिन पूर्व पहुंचाना अनिवार्य रहता है। इसी प्रकार साधारण सम्मेलन बुलाने के लिए 7 दिन पूर्व सूचना पहुंचना अनिवार्य रहता है। विशेष सम्मिलन बुलाने के लिए आयुक्त का अनुमोदन आवश्यक रहता है। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
सम्मेलन की आहट सुनकर निगम के निर्माण कार्यो से जुड़े ठेकेदारों में तीखी प्रतिक्रिया
इधर निगम परिषद के सम्मेलन की आहट सुनकर निगम के निर्माण कार्यो से जुड़े ठेकेदारों में तीखी प्रतिक्रिया है। सीधे तौर पर सामने न आते हुए कुछ ठेकेदारों का कहना है कि हमारे लाखो रूपयों के भुगतान रूके हुए है। इसके उलट निगम परिषद के वर्तमान कार्यकाल के अंतिम दिन अघोषित बिदाई समारोह के दृष्टिगत विशेष सम्मिलन बुलाने की तैयारी चल रही है। इस पर करीब 01 लाख रू. का खर्च होगा। जब निगम के खजाने में रूपये ही नहीं है,फिर इसप्रकार की फिजुलखर्ची क्यों की जा रही है?