उज्जैन जिला संवाददाता वीरेंद्र शर्मा दैनिक चिरंतन न्यूज़ से
उज्जैन जिले के अंदर किसान बड़े पैमाने पर गाय भैंस पालन कर दूध का व्यापार व्यवसाय करते हैं करीब 6 महीने से ज्यादा समय पहले लॉकडाउन के समय दुग्ध संघ ने किसानों के दूध के भाव कम किए थे जो अभी तक जारी हैं ।
वर्तमान समय में किसानों का दूध ग्रामीण क्षेत्रों में से ₹30 लीटर से ₹35 लीटर तक खरीदा जा रहा है दूध का व्यापार करने वाले व्यापारियों के द्वारा और दुग्ध संघ के द्वारा और दूध के प्रोडक्ट जो हैं उनके यथावत रेट हैं उनके रेट कम नहीं किए गए कई कंपनियां अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट बनाती हैं जिनके भाव ₹50 लीटर से ज्यादा के हैं साथ ही कई प्रोडक्ट 100ml 200ml 500ml के ₹100 लीटर तक के भाव हैं और अन्य दूध से बनने वाली चीजों के भी भाव जबरजस्त तरीके से लिए जा रहे हैं दूध कंपनियों के प्रोडक्ट के भाव में कभी कोई फेरबदल नहीं हुआ बस किसान से खरीदने वाले दूध का भाव जरूर यह व्यापारी और दुग्ध संघ के द्वारा कम दिया जा रहा है।

वर्तमान समय में किसानों ने बताया कि गांव में से व्यापारी और दूध कंपनियां दूध खरीद रही है ₹30 लीटर से ₹35 लीटर तक और उनके प्रोडक्ट मुंह मांगे भाव में बेचे जा रहे हैं कुल मिलाकर हमको दूध का व्यापार व्यवसाय करना बड़ा कठिन हो चुका है क्योंकि इस समय मवेशियों के लिए लगने वाला आहार बेहद महंगा है साथ ही मवेशी की कीमत ही ज्यादा है इसलिए मवेशी पालन और दूध का व्यापार व्यवसाय किसान के लिए बेहद लागत वाला है और अब किसान अपने दूध की मूल वृद्धि की मांग कर रहे हैं