शिप्रा के तट पर हुई अंतिम संस्कार
उज्जैन।महिदपुर में एक दलित के अंतिम यात्रा को बीच रास्ते से ही लौटा दिया क्योंकि कोरोना पॉजिटिव होने के कारण वह देवास में भर्ती था बाद में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई परंतु इसके बावजूद भी उसकी मौत हो गई तो अंतिम संस्कार करने के लिए उसे महिदपुर लाया गया जब अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट पहुंचे तो वहां के संचालकों ने बैरंग लौटा दिया आखिरकार शिप्रा तट पर मृतक का अंतिम संस्कार किया गया जब इसकी जानकारी भीम आर्मी को लगी तो हंगामा हो गया। भीम आर्मी के पदाधिकारी और नेताओं ने थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने श्मशान घाट की देखरेख करने वाले शख्स पर रिपोर्ट दर्ज की। तब जाकर मामला शांत हो सका।
महिदपुर के जमालपुरा टोडी के रहने वाले विमल परमार ने बताया कि पिता जगदीश परमार देवास में भर्ती थे। वहां उनका निधन हो गया। वे कोरोना निगेटिव थे। शव का अंतिम संस्कार करने के लिए वे महिदपुर के श्मशान घाट पहुंचे। लेकिन, वहां के संचालक ने उन्हें मना कर दिया। हमने संचालक से बात करनी चाही तो उसने अपशब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी दी।
महिदपुर में भीम आर्मी ने थाने में करीब एक घंटे तक धरना दिया। भीम आर्मी के पदाधिकारी नागूलाल मालवीय ने घटना की निंदा की। उन्होंने सरकार और सिस्टम से सवाल करते हुए कहा कि ऐसा कब तक चलता रहेगा।