रहवासियों ने बनाया पंचनामा, अधिकारियों से की कार्रवाई की मांग
उज्जैन । चक कमेड़ में आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक कमेड 1 व कमेड़ 2 पर लगभग हर दिन ताला लगा होने के कारण तथा देर से खोलने के कारण प्रतिदिन नाश्ता तथा भोजन बर्बाद हो रहा है । यही हाल 8 अप्रैल गुरूवार को भी रहा । दोपहर 12 बजे तक आंगनवाड़ी केन्द्र कमेड 2 एहमदनगर बंद रहा । खाना नाश्ता लेकर वितरण करने वाला युवक केन्द्र के बाहर खड़ा रहा लेकिन केन्द्र पर ताला लगा होने से भोजन खराब हो गया ।
यहां पदस्थ कार्यकर्ता पूजा मालवीय से बात हुई तो उन्होंने कहा मैं बैठक में हूं, वहीं महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी अनुपमा मंडावी से बात की तो उन्होंने कहा खाना आपके घर पर ही पड़ा रहने दो, क्या मैं रोज रोज एक ही केन्द्र को देखूंगी। रहवासियों ने तथा ग्राम समृध्दि स्व सहायता समूह ग्राम चक कमेड़ तहसील घट्टिया ने मिलकर मौके पर ही पंचनामा बनाया तथा मामले में कार्रवाई की मांग की ।
दरअसल समृद्धि स्वयं सहायता समूह चक कमेड द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक कमेड 1 व कमेड़ दो पर नाश्ता और भोजन दोनों दिया जाता है। लगभग हर दिन आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक एक और आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक दो समय पर ना खुलने के कारण भोजन का नुकसान होता है । कई बार केंद्र 11 बजे तो कई बार आंगनवाड़ी केंद्र 12 से 1 बजे तक खुलता है जिससे नाश्ता व भोजन पकाया भोजन खराब होता है ।
आंगनवाड़ी केंद्र पर ताले लगे होने के कारण 8 अप्रैल को भी आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक कमेड 2 दोपहर 1 बजे तक बंद पाया गया । स्वयं सहायता समूह द्वारा बताया गया कि केंद्र पर ताला लगा होने के कारण दोपहर 1 बजे तक नाश्ता और भोजन रखा रहा ।
महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी अनुपमा मंडावी को जब यह जानकारी समृद्धि स्वयं सहायता समूह की सचिव द्वारा दी कि केंद्र बंद होने के कारण स्वयं सहायता समूह का नुकसान हो रहा है साथ ही हितग्राहियों को सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा तो उनके द्वारा कहा गया कि क्या मैं रोज रोज एक ही केंद्र की बात सुनती रहूंगी ।
मुझे और कोई काम नहीं है क्या, क्या रोज-रोज केंद्र चेक करने ही जाया करूंगी । 7 अप्रैल को भी आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 2 11 बजे खुला था जबकि आंगनवाड़ी पर नाश्ता कराने का समय 9 बजे है तथा भोजन का समय दोपहर 12 से 12ः30 के बीच का होता है लेकिन दोपहर 12 बजे तक तो केंद्रों पर ताला ही लगा रहता है ।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा मालवीय को फोन लगाया गया तो उन्होंने कहा कि मैं मीटिंग में हूं और सहायिका यशोदा को कई बार फोन लगाया गया लेकिन उसका फोन लगातार बंद आ रहा था । रहवासियों ने मामले में कार्रवाई की मांग की है ।