भस्मारती में रोज 1500 से 2 हजार श्रद्धालुओं का प्रवेश होता है, जबकि ऑनलाइन केवल 800 की अनुमति
उज्जैन
मंगलवार सुबह बैठक आयोजित की गई। बैठक में महाकालेश्वर की भस्मआरती में श्रद्धालुओं को प्रवेश शुरू करने का फैसला किया गया है। अब महाशिवरात्रि के बाद ही आम जनता को प्रवेश देने पर विचार किया गया है।
-पुरोहितों का मत है कि भस्मआरती में यदि प्रवेश दिया जाता है तो गर्भगृह में प्रवेश भी दिया जाना चाहिए। हालांकि पुजारी कह चुके हैं कि भस्मआरती में प्रवेश महाशिवरात्रि के बाद ही शुरू करना ठीक रहेगा।
भस्मआरती को लेकर देश-विदेश के श्रद्धालुओं की रुचि रहती है। जैसे ही अनुमति शुरू होगी, भस्मआरती के लिए श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। हालाकि प्रशासन ने अब तक प्रवेश को लेकर कोई कार्य योजना जारी नहीं की है। कितने श्रद्धालुओं को किस तरह प्रवेश मिलेगा, यह अभी तय नहीं है।
भस्मारती में रोज 1500 से 2 हजार श्रद्धालुओं का प्रवेश होता है। इनमें ऑनलाइन केवल 800 अनुमति दी जाती है।