सांवेर विधानसभा में मंडल सम्मेलन संपन्न
सांवेर के उपचुनाव के संकलप पत्र का विमोचन किया
इंदौर 16 अक्टूबर,2020/भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर, उपचुनाव प्रभारी, विधायक रमेश मेंदोला, उपचुनाव सह प्रभारी इकबालसिंह गांधी, चुनाव संचालक मधु वर्मा और उपचुनाव संयोजक सावन सोनकर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी कार्यालय बेस्ट गार्डन परिसर सांवेर में मंडल सम्मेलन की शुरूआत भारत माता, पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, सांसद शंकर लालवानी, केबिनेट मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, तुलसीराम सिलावट, सांवेर विधानसभा उपचुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला, विधायक महेन्द्र हार्डिया, मालिनी गौड़, जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, विधानसभा उपचुनाव संचालक मधु वर्मा, विधानसभा उपचुनाव सह प्रभारी इकबालसिंह गांधी, सुदर्शन गुप्ता, वरिष्ठ नेता श्री बाबूसिंह रधुवंशी, गोविन्द मालू, उमेश शर्मा, विधानसभा उपचुनाव संयोजक सावन सोनकर, गोलू शुक्ला, देवराजसिंह परिहार और राजेश अग्रवाल ने किया।
प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को राजनीतिक बनना पड़ेगा और जन-जन तक हमारी केन्द्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों की जानकारी पहुंचानी होगी तथा कांग्रेस के 15 माह के कुशासन के विषय में प्रत्येक मतदाता तक मुखरता के साथ उक्त विषयों को पहुंचाना होगा।

यशस्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने हर वर्ग के उत्थान के लिये गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिये कई जनहितेषी योजनाएं बनाई तथा उन्हें लागू की थी, लेकिन मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार ने उन सभी जनहितेषी योजनाओं को कमलनाथ के नेतृत्व में एक-एक करके बंद कर दिया। कमलनाथजी कभी किसी से मिलते नहीं थे और ना ही कहीं आते-जाते थे, वे तो केवल वल्लभ भवन से ही सरकार चलाते थे और कोई जनप्रतिनिधि उनके पास किसी योजना को लेकर जाते थे तो उन्हें चलो-चलो अभी सरकार के पास पैसे नहीं है कहकर चलता कर देते थे और कोई ठेकेदार, माफिया या उद्योगपति आते थे तो उन्हें ससम्मान बिठाकर बातचीत करते थे।
भारतीय जनता पार्टी की संवेदनशील सरकार विलुप्त होती शहरिया जन-जाति के उत्थान के लिये एक हजार रूपये देती थी जिससे उनका जीवन स्तर उपर उठाया जा सके, कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार ने उसे भी बंद कर दिया था। किसी गरीब मजदूर की असामायिक मृत्यु पर 4 लाख रूपये और दुर्घटना पर दो लाख रूपये गरीब परिवार को मिलते थे, गरीबों को संबल देने वाली संबल योजना, किसी भी गरीब की साधारण मृत्यु पर अंतिम संस्कार के लिये 5 हजार रूपये, गरीब महिलाओं को गोद भराई के समय 4 हजार रूपये व प्रसुति के समय उचित पोषण के लिये 12 हजार रूपये कुल 16 हजार रूपये डिलेवरी के समय दिये जाते थे, प्रतिभावान बच्चों को 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर उनकी उच्च शिक्षा का खर्च प्रदेश सरकार उठाती थी, बुजुर्गो की तीर्थ दर्शन योजना, कन्यादान योजना और किसानां के फसल बीमा प्रीमियम जमा नहीं की, इसके अतिरिक्त कई जनहितेषी योजनाआें को प्रदेश की पिछली भ्रष्ट और निकम्मी कांग्रेस सरकार ने कमलनाथजी के नेतृत्व में एक-एक करके बंद कर दिया था तथा अब पुछते फिर रहे है कि हमारी क्या गलती थी।
कमलनाथ सरकार ने जनहित में कोई योजना नहीं लागू की, उन्हें तो बस आईफा अवार्ड की चिंता थी और उसके लिये उन्होने 700 करोड़ रूपये का प्रावधान किया था, क्योंकि उन्हें गरीबों का दर्द नहीं दिखाई देता था, उन्होंने कभी गरीबी देखी नहीं थी और ना ही उन्होंने कभी गांव देखा है। इसलिये वे एक-एक करके सभी जनहितेषी योजनाओं को बंद कर रहे थे।

हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कई ऐतिहासिक फैसले किये है जो 70 सालों से पेडिंग पड़े थे, उन्हें सरलता के साथ निपटा दिया है जिसके अंतर्गत धारा 370, राम मंदिर निर्माण, आयुष्मान योजना, और तीन तलाक जैसे कई अहम फैसले लिये गये। मोदी सरकार ने तीन करोड़ प्रधानमंत्री आवास दिये, उज्जवला योजना के अंतर्गत 800 करोड़ गैस कनेक्शन वितरित किये गये और स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत 12 करोड़ शौचालय निर्माण किया गया। जबकि कमलनाथ सरकार ने 2 लाख 43 हजार प्रदेश के गरीब लोगों के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास आंवटित किये थे उसमें प्रदेश सरकार को 25 प्रतिशत ग्रांट राशी मिलाकर हितग्राहियों को लाभ पहुंचाना था लेकिन कांग्रेस सरकार ने पैसे की कमी बताकर उन्हें लौटा दिया, जिससे कई गरीब परिवारों को पक्के घर से वंचित होना पड़ा।
फूट डालो और राज करो, कांग्रेस की आदत ही नहीं उसके खून में और वे पूछते फिर रहे है कि सांसद ज्योतिरादित्यजी का नाम 10 नम्बर पर क्यों है, हमारा कहना है कि आदरणीय ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे सांसद है और वे उपचुनाव में एक रणनीति के तहत कार्य कर रहे है, जिसके अंतर्गत सभी नेताओं को अपनी-अपनी जिम्मेदारी के साथ जो कार्य दिया गया है वे उन्हें कर रहे है। ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे सांसद व वरिष्ठ नेता है और हमें अच्छी तरह से पता है कि हमें उनका सम्मान कैसे करना चाहिए आपकी चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है। भारतीय जनता पार्टी अपनी एक विशेष कार्यपद्धति के आधार पर कार्य करती है उसी के अनुसार सभी कार्यकर्ता चाहे वह छोटा हो या बड़ा उसे उसी कार्यपद्धति के अनुसार कार्य करता है।
कांग्रेस की भ्रष्ट और निकम्मी सरकार ने भोलेभाले किसानों को कर्जमाफी के प्रमाण-पत्र बांट दिये और उनकी प्रीमियम राशि बैंकों में जमा नहीं की, जिसकी वजह से किसान वर्ग भड़क उठा। भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार ने किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि 6 हजार रूपये के हिसाब से 17 हजार करोड़ रूपये व राज्य सरकार ने 4 हजार रूपये जमा किये। भाजपा सरकार ने पिछले पांच माह में 22 हजार करोड़ किसी ना किसी योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के खाते में जमा किए।
हमारे मित्रों ने गरीब, शोषित वंचित और मध्यप्रदेश को भ्रष्ट सरकार से बचाने के लिये सरकार से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि अगर सरकार नहीं गिराते तो दिग्विजयसिंह व कमलनाथ की भ्रष्ट जोड़ी प्रदेश को प्रत्येक दिन खोखला करने के लिये जी तोड़ मेहनत कर रही थी और तबादला उद्योग, माफिया, अराजकतत्वों का प्र्रभाव बढ़ते जा रहा था, प्रदेश में हर वर्ग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा था और जनप्रतिनिधियों की बाते कमलनाथ सुनने को तैयार नहीं थे। तब प्रदेश का हित चाहने वाले साथियों ने कांग्रेस की भ्रष्ट और निकम्मी सरकार से इस्तीफा देकर उन्हें रोड़ पर ला दिया।
श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजयसिंह और कमलनाथ जैसे जयचंदों को अपना बूथ जीतकर जवाब देना है और उन्हें यह बताना है कि छल और धोखा ज्यादा समय तक नहीं चलता है। मंडल सम्मेलन में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं को मुट्ठी बंद कर हाथ खड़े करके संकल्प दिलाया कि हमें उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री तुलसीराम सिलावट को ऐतिहासिक मतों से विजयी बनाना है।
सम्मेलन को केबिनेट मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, बाबूसिंह रघुवंशी ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन का संचालन जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर ने किया व आभार उपचुनाव संयोजक सावन सोनकर ने माना।
सम्मेलन में प्रमुख रूप से श्रवणसिंह चावड़ा, मनस्वी पाटीदार, सुमित मिश्रा, अशोक सोमानी, विष्णुप्रसाद शुक्ला, देवकीनंदन तिवारी, मुकेश जरिया, मुकेशसिंह राजावत, नानूराम कुमावत, कंचनसिंह चौहान, अजयसिंह नरूका, उमरावसिंह मौर्य, राजाराम गोयल, भगवानसिंह परमार, भारतसिंह चिमली, प्रेमसिंह ढाबली, दिलीप चौधरी, हुकुमसिंह सांखला, सुभाष चौधरी, रमेश मंडलोई, सुमेरसिंह सोलंकी, गोविन्दसिंह चौहान, जितेन्द्र आंजना, प्रकाश कारीगर, सुधीर भजनी, विक्रम राठौर, मुकेश चौहान, यशवंत शर्मा, अंतरसिंह दयाल, मुकेश पटेल, सुरेशसिंह पवांर, विनोद चंदानी, संदीप चंगेड़िया, गुलाब राजोरा सहित सांवेर विधानसभा के प्रमुख नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पप्पू भैया ने भाजपा की रीति-नीति से प्रभावित होकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा के समक्ष मंच पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें भाजपा का अंग वस्त्र पहनाकर सम्मान किया।
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इसके पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने पत्रकार-वार्ता में सम्मानीय पत्रकार बंधुओं से चर्चा की एवं सांवेर विधानसभा उपचुनाव का संकल्प पत्र का विमोचन किया। संकल्प पत्र का निर्माण भाजपा के वरिष्ठ नेता देवराजसिंह परिहार, राजेश अग्रवाल व गोविन्द मालू ने किया।