जलालपुर
अंबेडकरनगर : शहर की अब हवा दिनों दिन खराब हो रही है। इसका
असर नगरीय लोगों के साथ ही गांवों तक पहुंचने लगा है। वजह जलालपुर कस्बा से निकलने वाले भारी मात्रा में कचरे को निस्तारित करने के लिए इंतजाम तक नहीं हैं। इन हालात में जलालपुर कस्बा के भीतर के कचरे को नदी व नालों के किनारों से लेकर मुख्य मार्गों की पटरियों पर फेंका जाता है।
गीला और सूखा कचरा एकसाथ मिलने से सड़न पैदा होती है, और इससे तीव्र दुर्गंध उठती है। ऐसे में फिलहाल इस समस्या से निजात पाने के लिए इन कूड़ा अडडों को आग के हवाले कर दिया जाता है। दिनों-रात धधकते कूड़ा अड्डा से निकलने वाला धुआं हवा में जहर घोल रहा है। इसका जिम्मेदार आम आदमी से लेकर सरकारी मशीनरी है।
वहीं घरों से निकलने वाले कूड़े को अलग करने की व्यवस्था जलालपुर पालिका प्रशासन अभी तक नहीं कर सकी है। ऐसे में नगर क्षेत्र में निकलने वाले कूड़े को पालिका एवं नगर पंचायत एक साथ सड़कों के किनारे डंप कर रहा है।
नगर पालिका जलालपुर का है। यहां भी गंदगी की समस्या बरकरार है। कारण कि यहां भी कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था नहीं हो सकी है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन वर्षों से अभी तक इस पर कोई माकूल इंतजाम नहीं हो सका है।जलालपुर नगरपालिक क्षेत्र में कूड़े को एकत्रित करने के लिए पालिका प्रशासन ने पूर्व में 175 से अधिक स्थानों पर कूड़ादान लगाया था। लेकिन समय गुजरने के साथ इनका वजूद समाप्त हो गया है।
विकाश कुमार निषाद जलालपुर अम्बेडकर नगर